JHARKHAND KE MELA /JATARA
सावन मेला -देवघर (बैध् नाथ धाम)
मुडमा जतरा/मेला-मांडर (रांची)
रथयात्रा मेला- राँची (जगरनाथ पुर)
मण्डा मेला-हजारीबाग,रामगढ,बोकारो
रामरेखा धाम मेला-सिमडेगा
भूत मेला पलामू
हथिया पत्थर मेला-(बोकारो )फुसरौ
नवमी डोल मेला-राँची टाटीसिल्वी
नरसिंह मेला- हजारीबाग
बिन्दु धाम मेला-साहिबगँज
सुर्य कुण्ड मेला- हजारीबाग
गाँधी मेला-सिमडेगा
हिजला मेला-दुमका
कर्णदाहा/कमरदाहा मेला-जामताडा
बिसुआ मेला-गोड्डा
सरहुल मेला-राँची
टुसू मेला(पन्चपरगना)
देवथान मेला -राँची
रानी चुँबा मेला -राँची
तुर्की मेला -चाईबासा
नुनबिला मेला-दुमका (सँथाल परगना)
उर्स मेला -गुमला
लुग्गु पहाड मेला -हजारीबाग
गणतँत्र मेला-गोड्डा
विनोद बिहारी मेला-धनबाद
दामोदर टुसु मेला- बोकारो
मिना बजार मेला- धनबाद
गोला मेला (रजरप्पा) – रामगढ.
भेन्डरा मेला- तोपचाँची ,धनबाद
झारखंड के आदिवासी समाज मे मेला को जतरा कहते हैं।
सरहुल को मुण्डा जनजाति- बा । ऊराव ,हौ जनजाति-खद्दी । खडिया जनजाति मे लोग-सोहराई के नाम से जानते है।
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